हल्द्वानी – हल्द्वानी में इस वर्ष मार्च के महीने में गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बृहस्पतिवार को तापमान अचानक दो डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 36.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह पिछले 17 वर्षों में 27 मार्च को दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में और वृद्धि होने की संभावना है।
गर्मी का कहर: तेज धूप और धूल भरी आंधी से बढ़ी परेशानी
गुरुवार की सुबह से ही हल्द्वानी और आसपास के क्षेत्रों में तेज धूप और गर्म हवाओं का सिलसिला शुरू हो गया था। दोपहर होते-होते स्थिति और विकट हो गई जब रुक-रुककर धूल भरी आंधी चलने लगी। इससे लोगों को आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। घरों और दुकानों में गर्मी का असर साफ दिखने लगा और लोग ठंडे पेय पदार्थों व छांव की तलाश में नजर आए।
तापमान में उछाल: पंतनगर और मुक्तेश्वर में भी रिकॉर्ड वृद्धि
पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. आरके सिंह के अनुसार, बुधवार की रात का तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था, जबकि दिन का तापमान 34.6 डिग्री था। लेकिन गुरुवार को यह अचानक बढ़कर 36.6 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं, मुक्तेश्वर में भी तापमान में चार डिग्री का उछाल दर्ज किया गया, जिससे अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री और न्यूनतम 10.2 डिग्री पर पहुंच गया।
नैनीताल में भी गर्मी का असर, तापमान में आठ डिग्री की बढ़त
नैनीताल में भी इस बार तापमान तेजी से बढ़ा है। पिछले साल 26 मार्च को नैनीताल में अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम 7 डिग्री था, जबकि इस साल उसी तारीख को तापमान बढ़कर 26 डिग्री अधिकतम और 17 डिग्री न्यूनतम तक पहुंच गया। यह गर्मी के समय में अप्रत्याशित बदलाव को दर्शाता है।
आने वाले दिनों में और बढ़ेगी गर्मी
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि मार्च के अंत और अप्रैल की शुरुआत में तापमान में और वृद्धि हो सकती है। ऐसे में लोगों को लू से बचने और खुद को हाइड्रेटेड रखने की सलाह दी जा रही है।
गर्मी से बचने के उपाय:
- धूप में निकलने से पहले हल्के और ढीले कपड़े पहनें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें।
- दोपहर के समय बाहर जाने से बचें और छायादार स्थानों पर रहें।
- गर्मी से राहत पाने के लिए ताजे फलों और जलयुक्त आहार का सेवन करें।
हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में तापमान में लगातार हो रही वृद्धि चिंता का विषय बनती जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और शहरीकरण के कारण इस तरह की गर्मी का असर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लोगों को सचेत रहने और गर्मी से बचने के लिए जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है।